Real Enemy of Indian Muslims are Brahmins

Brahmins destroyed Babri Masjid and Incite riots and killed thousands of innocent Muslims.

ये वही न्यायिक व्यवस्था है जिसने पीएसी के अफसरों और जवानों द्वारा हाशिमपुरा में पचास ये अधिक मुसलमानों की हत्या के आरोप से सबको बरी कर दिया था। ये वही ज्यूडशरी है जिसने लक्ष्मणपुर बाथे में दलितों के नरसंहार पर अपर कॉस्ट के हत्यारों को बरी कर दिया था।
राष्ट्रपति ब्राह्मण,
तीन जजों की बेंच ब्राह्मण,
उसके पहले दो जजों की बेंच में एक जज ब्राह्मण।
और आप कह रहे हैं न्याय मिलेगा। चलिए किनारे हटिये

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बमानो की नज़र मैं सरे लोग (मूलनिवासी) आतंकवादी और देशधरोही हे हैं

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Muslims are waking up from sleep and realizing the hidden truth of Brahmins.

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नक्सली हिंसा को जस्टिफाई करने वाले वामपंथी ब्राह्मण और फूलन देवी की क्रांतकारिता पर मोहित अम्बेडकरवादी याक़ूब की हिंसा पर मुसलमानो को हज़ारों लानत और सवाल दागने को तय्यार बैठे हैं और दुनिया को इंसानियत का उपदेश दे रहे हैं
बुद्धिजीवी चेतना अपने दो मुँहे रूप में हर जगह मौजूद है क्या ब्राह्मणवाद और क्या सामाजिक न्याय

Brahman Pranab Mukherjee from Mursidabad(A Muslim Majority District of Bengal) – Muslim always voted him and send him to Parliament. But He showed his Brahmin colours during Yakub mercy Plea

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Indian Muslim now waking up and understood the hidden agenda of Brahmin.Thats why they went to funeral of Yakub Memon,same as Brahmin terrorist Bal Thakreys funeral time.

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Yakub funeral

 

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HM Rajnath Singh and CM of Madhyapradesh Shivraj Singh with Brahman terrorist Sadvi Pragya Singh Thakur who is responsible of Killing 37 Innocent Muslim in Malegaon Masjid Bomb Blast.

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Brahmin Terrorism in Bihar | Genocide of Dalit and AdiVasi

याकूब मेमन को फाँसी दिए जाने के बाद तमाम देशभक्त ख़ुशी में मचल रहे हैं। ठीक इसी तरह ये तब भी मचले थे जब अफ़जल गुरु को फाँसी दी गयी थी। ये बात अलग है कि आतंकी घटना में लिप्त होने के पक्के सुबूत न अफ़जल के ख़िलाफ़ मिले थे और न याकूब के ख़िलाफ़ मिले हैं।
बहरहाल, मैं इन देशभक्तों को एक अन्य घटना याद दिला दूँ।
1997 में एक दिन बिहार के लक्ष्मणपुर-बाथे में सवर्ण हिन्दू आतंकवादियों के संगठन “रणवीर सेना” के सदस्यों ने 61 दलित महिलाओं-बच्चों-बुजुर्गों को तलवारों से चीर दिया, गर्भवती महिलाओं के भ्रूण निकाल कर तलवारों पर टाँग दिए गए, नृशंसता की सारी हदें पार कर दी गईं। उस दौर में इस सवर्ण हिन्दू आतंकवादी संगठन ने बथानी टोला, मिंयापुर सहित बिहार के तमाम इलाकों में दलितों पर ऐसे कई हमले किए मगर जनता की देशभक्ति नहीं जागी।
खैर, इस सेना का कमाण्डर था बरमेश्वर मुखिया जो कहता था – “हम बच्चों को मारते हैं क्योंकि वे बड़े हो कर नक्सली बनते हैं, हम महिलाओं को मारते हैं क्योंकि वे नक्सलियों को पैदा करती हैं”! अपनी करतूतों के चलते और राष्ट्रपति के आर नारायणन के विशेष ध्यान देने के चलते इस आतंकवादी मुखिया को आजीवन कारावास की सजा हुई मगर महज 9 साल में ही इसे आतंक के सभी 17 मामलों में बेल मिल गई, मगर आश्चर्य…………कोई देशभक्त नहीं चीखा!!! आख़िरकार 2012 में अज्ञात हमलावरों ने इस मुखिया को सड़क पर गोली से उड़ा दिया।कहते हैं इसे मारने वाले नक्सली थे जिन्हें सभी देशभक्त नफ़रत की निगाह से देखते हैं।
इस बीच लक्ष्मणपुर-बाथे नरसंहार के मामले में लोअर कोर्ट में 46 सवर्ण हिन्दू आतंकवादियों पर केस चला जिन में से 19 को छोड़ दिया गया, 1 एप्रूवर बनाया गया , 16 को सजा-ए-मौत मुकर्रर हुई और 10 को उम्रकैद की सजा हुई मगर अक्टूबर 2013 में सब के सब आतंकवादी सुबूतों के अभाव में बाइज्जत बरी कर दिए गए! रणवीर सेना द्वारा 1994 से 2000 तक किए गए नरसंहारों के मामले में सभी आतंकवादियों को इस बीच रिहा कर दिया गया पर आश्चर्य……

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……मीडिया ने अब भी इस मैटर को हाईलाइट नहीं किया!! और फ़िर 2013 की दिसम्बर में दिल्ली के जंतर-मंत्र पर रणवीर सेना के शिकार लोगों के परिजन पूरे बिहार से लाखों लोगों के हस्ताक्षर ले कर राष्ट्रपति के पास न्याय की गुहार लगाने आए थे।तमाम पत्रकार आए, तमाम लोगों के इन्टरव्यू ले कर गए मगर घोर आश्चर्य…………इस बार भी किसी चैनल ने इस समाचार को ब्रॉडकास्ट नहीं किया!! किसी “देशभक्त” का दिल नहीं धड़का न्याय के लिए, रणवीर सेना के आतंकवादियों को फाँसी दिलवाने के लिए सोशल मीडिया या सड़कों पर माँग नहीं हुई।किसी देशभक्त ने इस मामले पर चुप्पी साधने वाले संघ, भाजपा, काँग्रेस जैसों को गालियाँ नहीं बकीं।
ये सब क्या है, जवाब दो देशभक्तों!

Muslim Yakub Hanged By Brahmin

1990s Indian(Obc,Sc,St) started to realize truth of Brahminist through “Mandal Commission”.People started to protest for their right.But Brahmin and other upper-caste leaders from Bjp,Vhp,Rss,congress realized that to divert attention of public from “mandal report” they have to plan something.

All top Brahmin leaders from all parties and top police official got united to Demolish Babri masjid.Main culprits were Brahmin like Advani,bajpayee,uma,Rss and Vhp other Brahmin organization destroyed Babri Masjid-As a result Indian started to fight each other-mainly thousands of innocent muslim got slaughterd because of Brahmin’s planned Riots.

Flame of Babri was burning in mumbai,Thakre the Brahmin ignited hate against Muslims and riot spread all over Maharashtra.Riot was stopped when 13 Bomb blasted all over Mumbai-then only People stoped rioting.

Dawood and tiger was responsible,but 22 year old Yakub had no connection with blast(read Markendeya Katju’s report on Yakub).

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Now Yakub hanged but  Radical brahmins of Bjp Rss now in both Mahrastra and Center. By Hanging a Innocent Muslim,Brahmin radical divirting attention from real enemy of nation who were responsible for babri and riots(thetare now Ministers).

Its High time Muslim and Obc,sc and St come together and deal with Radical brahmins.

Watch this video to know how brahmin planned to destroy babri masjid to divert attention from Mandal Commision and to destroy Mulnivasi Awareness.

जैसे मंडल कमीशन की ओबीसी में हो रही जाग्रति को दबाने के लिए ब्राह्मणों ने बाबरी मस्जिद गिरवा देश में धार्मिक दंगे करवाये ठीक
उसी तरह ओबीसी की जनगणना का मुद्दा दबाने के लिए ब्राह्मण सरकार कोई बड़ा आतंकवादी हमला करवा सकती है ताकि लोगो का ध्यान भटक जाए और ओबीसी जनगणना पर पर्दा पड़ जाए ।

ब्राह्मणों ने IIT-मद्रास में लोगो के जबरजस्त विरोध के कारण ”आंबेडकर पेरियार स्टडी सर्कल” पर से बैन तो हटा लिया पर इसके बदले में ब्राह्मणों ने IIT-रूडकी के 72 OBC SC ST विद्यार्थियों को IIT से बाहर फेक दिया !!

ब्राह्मण जात का जज “दवे” याकूब मेनन की फाँसी को सही कह रहा है और ईसाई जज “जोसेफ” याकूब मेनन को फाँसी नहीं देना चाहता और उसने याकूब के डेथ वारेंट पर स्टे लगा दिया है ।।
न्यायपालिका पर ब्राह्मणों का कब्ज्जा रहते किसी को न्याय नहीं मिल पायेगा ।।

मुम्बई ब्लास्ट में 300 लोग मारे गए , बाबरी मस्जिद गिरवाकर ब्राह्मणों ने दंगा करवा हजारो लोगो को मारा ।।
मुम्बई ब्लास्ट के आरोपी को फाँसी और ब्राह्मणों को आजादी ,
वाह रे ब्राह्मण न्याय

ब्राह्मणों का सनसनीखेज खुलासा

सनसनीखेज खुलासा !! ,सनसनीखेज खुलासा !!
ब्राह्मण दिन रात ”हिन्दू”’ हिन्दू” क्यों चिल्लाते रहता है ,इसका एक सनसनीखेज खुलासा >>>
1)बाभन जात को पता है की, जब तक उसने ”हिन्दू” नाम की चादर, धर्म के नामपर ओढ़ी है, तब तक ही उसका वर्चस्व भारत पर है !!
2)क्योकि बाभन जानता है की बाभन ,बाभन के नाम पर गाव का ”प्रधान” भी नहीं हो सकता ,”हिन्दू” के नामपर ”प्रधानमन्त्री” ,और ”केन्द्रीय मंत्री” झट से बन जाता है !!
3)बाभन यह भी जनता है की जिस दिन यह ”हिन्दू” नामकी चादर खुल गयी कुत्ते की मौत मारा जाएगा ,
इसीलिए बाभन दिन रात ”हिन्दू हिन्दू हिन्दू” रटते रहता है,
४)जब की बाभन खुद यह जानता है की ,”हिंदू” नाम का कोई धर्म नही है …हिन्दू फ़ारसी का शब्द है । 5)हिन्दू शब्द न तो वेद में है न पुराण में न उपनिषद में न आरण्यक में न रामायण में न ही महाभारत में ।
6)स्वयं बाभन जात ”दयानन्द सरस्वती” कबूल करते हैं कि यह मुगलों द्वारा दी गई गाली है ।
7)1875 में बाभन ”दयानन्द सरस्वती” ने ”आर्य समाज” की स्थापना की ”हिन्दू समाज” की नहीं । 8)अनपढ़ बाभन भी यह बात जानता है की बाभनो ने स्वयं को ”हिन्दू” कभी नहीं कहा। आज भी वे स्वयं को ”बाभन” ही कहते हैं, लेकिन सभी मूलनिवासी शूद्रों को हिन्दू कहते हैं ।
9)जब शिवाजी हिन्दू थे और मुगलों के विरोध में लड़ रहे थे तथा तथाकथित हिन्दू धर्म के रक्षक थे तब भी पूना के बाभनो ने उन्हें ”शूद्र” कह राजतिलक से इंकार कर दिया । घूस का लालच देकर बाभन गागाभट्ट को बनारस से बुलाया गया । गगाभट्ट ने “गागाभट्टी”लिखा उसमें उन्हें विदेशी राजपूतों का वंशज बताया तो गया लेकिन राजतिलक के दौरान मंत्र “पुराणों” के ही पढे गए वेदों के नहीं ।तो शिवाजी को ”हिन्दू” तब नहीं माना।


10) बाभनो ने मुगलों से कहा हम ”हिन्दू” नहीं हैं बल्कि, तुम्हारी तरह ही विदेशी हैं परिणामतः सारे हिंदुओं पर जज़िया लगाया गया लेकिन बाभनो को मुक्त रखा गया ।
11) 1920 में ब्रिटेन में वयस्क मताधिकार की चर्चा शुरू हुई ।ब्रिटेन में भी दलील दी गई कि वयस्क मताधिकार सिर्फ जमींदारों व करदाताओं को दिया जाए । लेकिन लोकतन्त्र की जीत हुई । वयस्क मताधिकार सभी को दिया गया । देर सबेर ब्रिटिश भारत में भी यही होना था । तिलक ने इसका विरोध किया । कहा ” तेली,तंबोली ,माली,कूणबटो को संसद में जाकर क्याहल चलाना है” । ब्राह्मणो ने सोचा यदि भारत में वयस्क मताधिकार यदि लागू हुआ तो अल्पसंख्यक बाभन मक्खी की तरह फेंक दिये जाएंगे । अल्पसंख्यक बाभन कभी भी बहुसंख्यक नहीं बन सकेंगे । सत्ता बहुसंख्यकों के हाथों में चली जाएगी । तब सभी ब्राह्मणों ने मिलकर 1922 में “हिन्दू महासभा” का गठन किया । 12)जो बाभन स्वयं हो हिन्दू मानने कहने को तैयार नहीं थे वयस्क मताधिकार से विवश हुये । परिणाम सामने है । भारत के प्रत्येक सत्ता के केंद्र पर बाभनो का कब्जा है ।
सरकार में बाभन ,विपक्ष में बाभन ,कम्युनिस्ट में बाभन ,ममता बाभन ,जयललिता बाभन ,367 एमपी बाभनो के कब्जों में है ।
13) सर्वोच्च न्यायलयों में बाभनो का कब्जा,ब्यूरोक्रेसी में बाभनो का कब्जा,मीडिया,पुलिस ,मिलिटरी ,शिक्षा,आर्थिक सभी जगह बाभनो का कब्जा है ।

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14) मतलब एक विदेशी गया तो दूसरा विदेशी सत्ता में आ गया । हम अंग्रेजों के पहले बाभनो के गुलाम थे अंग्रेजों के जाने के बाद भी बाभनो के गुलाम हैं । यही वह ”हिन्दू” शब्द है जो न तो वेद में है न पुराण में न उपनिषद में न आरण्यक में न रामायण में न ही महाभारत में । फिर भी ब्राह्मण हमें हिन्दू कहते हैं ,और हिन्दू की आड़ में अल्पसख्य बाभन बहुसंख्य बन भारत का कब्ज्जा कर लेते है !!!

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यह रहा हिन्दू नाम की आड़ में विदेशी ब्राह्मणों के कब्ज्जे का सबुत ,
१)देश के 8676 मठों के मठाधीश
सवर्ण : 96 प्रतिशत
(इसमें ब्राह्मण 90 प्रतिशत)
ओबीसी : 4 प्रतिशत
एससी : 0 प्रतिशत
एसटी : 0 प्रतिशत
स्रोत : डेली मिरर,
२)प्रथम श्रेणी की सरकारी नौकरियों में जातियों का विवरण
सवर्ण : 76.8 प्रतिशत
ओबीसी : 6.9 प्रतिशत
एससी : 11.5 प्रतिशत
एसटी : 4.8 प्रतिशत
स्रोत : वी. नारायण स्वामी, राज्यमंत्री, प्रधानमंत्री कार्यालय, भारत सरकार द्वारा संसद में शरद यादव के एक प्रश्न का उत्तर देते हुए.
३)देश का कोई भी विश्वविद्यालय दुनिया के टॉप 200 में कहीं नहीं है. इन विश्वविद्यालयों में कुलपतियों का जातीय विवरण निम्न प्रकार से है:
सामान्य – 90 प्रतिशत
ओबीसी – 6.9 प्रतिशत
एससी – 3.1 प्रतिशत
एसटी – 0 प्रतिशत
स्रोत : डेली मिरर
४)
हमारे शिक्षा संस्थानों में से एक भी दुनिया के टॉप 200 में कहीं नहीं है. केन्द्रीय विश्वविद्यालयों में कुल 8852 शिक्षक कार्यरत हैं जिनमें विभिन्न वर्गों का प्रतिनिधित्व निम्न प्रकार है:
सवर्ण : 7771
ओबीसी : 1081
एससी : 568
एसटी : 268
स्रोत : RTI No. Estt./P10/69-2011/I.I.T. K267
Jan.29, 2011
~~भारतीय मीडिया तंत्र के मालिक और उनकी हकीकत
1=टाईम्स ऑफ इंडिया=जैन(बनिया)
2=हिंदुस्थान टाईम्स=बिर्ला(बनिया)
3=दि.हिंदू=अयंगार(ब्राम्हण)
4=इंडियन एक्सप्रेस=गोयंका(बनिया)
5=दैनिक जागरण=गुप्ता(बनिया)
6=दैनिक भास्कर=अग्रवाल(बनिया)
7=गुजरात समाचार=शहा(बनिया)
8=लोकमत =दर्डा(बनिया)
9=राजस्थान पत्रिका=कोठारी(बनिया)
10=नवभारत=जैन(बनिया)
11=अमर उजाला=माहेश्वरी(बनिया)
~~भारत सरकार के असली मलिक… वह कौन है… क्या यह सारी कंपनी, मिडिया (प्रिंट और टी.व्ही. चैनल्स) किसके पास है… क्या एस.सी., एस.टी., ओबीसी या मुसलमानो के पास मै है… कौन भ्रष्ट है?… यह पता चल जायेगा… कॉंग्रेस, बीजेपी या कम्युनिस्ट पार्टी पहले से ही ब्राम्हणो की है… उनको नीचे दिये गये लोग चलाते है…
१) एससी सिमेंट कंपनी=सुमित बैनर्जी(ब्राम्हण)
२) भेल=रविकुमार/कृष्णास्वामी(ब्राम्हण)
३) ग्रासिम हेंडालकी=कुमार मंगलम/बिर्ला(बनिया)
४) आयसीआयसी बँक=के.व्ही.कामत(ब्राम्हण)
५) जयप्रकाश असो.=योगेश गौर(ब्राम्हण)
६) एल. & टी.=एम.ए.नाईक (ब्राम्हण)
७) एनटीपीसी=आर.एस.शर्मा(ब्राम्हण )
८) रिलायन्स=मुकेश अंबानी(बनिया)
९) ओएनजीसी=आर.एस.शर्मा(ब्राम्हण)
१०) स्टेट बँक ऑफ इंडिया=ओपी भट(ब्राम्हण)
११) स्टर लाईट इंडस्ट्री=अनिल अग्रवाल(बनिया)
१२) सन फार्मा=दिलीप सिंघवी(ब्राम्हण)
१३) टाटा स्टील=बी.मथुरामन(ब्राम्हण)
१४) पंजाब नैशनल बँक=के. सी. चक्रवर्ती(ब्राम्हण)
१५) बँक ऑफ बडोदा=एम.डी.माल्या(ब्राम्हण)
१६) कैनरा बँक=ए.सी.महाजन(बनिया)
१७) इनफोसीस=क्रीज गोपालकृष्णन(ब्राम्हण)
१८) टीसीए=सुभ्रमन्यम रामदेसाई(ब्राम्हण)
१९) विप्रो=अजीम प्रेमजी(खोजा)
२०) किंगफिशर (विमान कंपनी)=विजय माल्या(ब्राम्हण)
२१) आयडीया=आदित्य बिर्ला(बनिया)
२२) जेट एअर वेज=नरेश गोयल(बनिया)
२३) एअर टेल=मित्तल (बनिया)
२४) रिलायन्स मोबाईल=अंबानी (बनिया)
२५) वोडाफोन=रोईया(बनिया)
२६) स्पाईस=मोदी(बनिया)
२७) बि.एस.एन.एल.=कुलदीप गोयल(बनिया)
२८) टी.टी.एम.एल.=के.ए.चौकर(ब्राम्हण),,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,इन ब्राह्मण के फेंके जाल में मत फसिये
पढ़िए और परिक्षण कर के जानिए. आरएसएस
राष्ट्रवादी या जातिवादी? महाराष्ट्र के कुछ
पुरातनपंथी ब्राह्मणों द्वारा स्थापित करके
विक्सित किया गया संघ(आरएसएस)
राष्ट्रवादी है या जातिवादी ?
इसका परिक्षण 2004 के राष्ट्रिय स्तर के संघ के
पदाधिकारियो के नीचे वर्णित विवरण में दिए
गए नामो में से देश के भिन्न-भिन्न सामाजिक
समूहों का कितना प्रतिनिधित्व है,
उनका विश्लेषण करने से हो सकता है. क्रम – – पद – –
– – – – – – नाम – – – – – – – वर्ण
01. सरसंघचालक – – – – के.एस.सुदर्शन – – – – –
ब्राह्मण
02. सरकार्यवाह – – – – – मोहनराव भागवत – –
ब्राह्मण
03. सह सरकार्यवाह – – – मदनदास. – – – – – – –
ब्राह्मण
04. सह सरकार्यवाह – – – सुरेश जोशी – – – – – –
ब्राह्मण
05. सह सरकार्यवाह – – – सुरेश सोनी – – – – – –
वैश्य
06.शारिरीक प्रमुख – – – उमाराव पारडीकर – –
ब्राह्मण
07. सह शारीरिक प्रमुख – के.सी.कन्नान – – – – –
वैश्य
08.बौध्धिक प्रमुख – – – -रंगा हर – – – – – – – –
ब्राह्मण
09. सह बौध्धिक प्रमुख – -मधुभाई कुलकर्णी – – –
ब्राह्मण
10. सह बौध्धिक प्रमुख – -दत्तात्रेय होलबोले – –
-ब्राह्मण
11. प्रचार प्रमुख – – – – – श्रीकान्त जोशी – – –
– ब्राह्मण
12. सह प्रचार प्रमुख – – – अधिश कुमार – – – – –
ब्राह्मण
13. प्रचारक प्रमुख – – – – एस,वी. शेषाद्री – – – –
ब्राह्मण
14. सह प्रचारक प्रमुख – – श्रीकृष्ण मोतिलाग – –
ब्राह्मण
15. सह प्रचारक प्रमुख – – सुरेशराव केतकर – – –
ब्राह्मण
16. प्रवक्ता – – – – – – – -राम माधव – – – – – –
ब्राह्मण
17. सेवा प्रमुख – – – – – -प्रेरेमचंद गोयेल – – – –
वैश्य
18.सह सेवा प्रमुख – – – -सीताराम केदलिया – –
वैश्य
19.सह सेवा प्रमुख – – – -सुरेन्द्रसिंह चौहाण – – –
क्षत्रिय
20. सह सेवा प्रमुख – – – -ओमप्रकाश- – – – – – –
ब्राह्मण
21. व्यवस्था प्रमुख – – – -साकलचंद बागरेचा – –
वैश्य
22.सहव्यवस्था प्रमुख – – बालकृष्ण त्रिपाठी – –
-ब्राह्मण
23. संपर्क प्रमुख – – – – – हस्तीमल – – – – – – – –
वैश्य
24.सह संपर्क प्रमुख – – – इन्द्रेश कुमार- – – – – –
ब्राह्मण
25. सभ्य- – – – – – – – – राघवेन्द्र कुलकर्णी – – –
ब्राह्मण
26. सभ्य – – – – – – – – -एम.जी. वैद्य – – – – – –
ब्राह्मण
27. सभ्य – – – – – – – – -अशोक कुकडे- – – – – -शुद्र
28. सभ्य – – – – – – – – -सदानंद सप्रे- – – – – – –
ब्राह्मण
29. सभ्य – – – – – – – – -कालिदास बासु – – – – –
ब्राह्मण
30. विशेष आमंत्रित – – – सूर्य नारायण राव – – –
ब्राह्मण
31. विशेष आमंत्रित – – – श्रीपति शास्त्री – – –
– – ब्राह्मण 32. विशेष आमंत्रित – – – वसंत बापट –
– – – – – ब्राह्मण
33. विशेष आमंत्रित – – – बजरंगलाल गुप्ता – – – –
वैश्य (स्त्रोत-आरएसएस डॉटकॉम इंटरनेट पर
आधारित-2004)
अखिल भारतीय स्तर पर सर संघचालक के.एस.सुदर्शन
सहित 24 ब्राह्मण यानी 72.73%, 7 वैश्य
यानी 21.21%, 1 क्षत्रिय
यानी 3.03% और 1 शुद्र यानी 3.03%
प्रतिनिधित्व देखने को मिलता है. ब्राह्मण और
वैश्य जैसी उच्चवर्ग जातियो का 93.04%
प्रतिनिधित्व है. 5% विक्सित शुद्र और 45%
पिछड़े शुद्र(ओबीसी) तथा 24% एससी-
एसटी जातियों को मिला कर 75%
आबादी का 1 यानी सिर्फ 3.03%
ही प्रतिनिधित्व है.एससी-
एसटी जातियों का कोई प्रतिनिधित्व
ही नहीं है. ऊपर का ये चित्र ब्राह्मण जातिवाद
के नंगे नाच का चित्र है. संघ के
जातिवादी ब्राह्मण नेताओ ने भारत को 11
क्षेत्रों में बांट कर अपने जाति संगठन को आरएसएस
के नाम से जमाया है. इन क्षेत्रो का संचालन करने
वालो का सामाजिक चित्र नीचे
दिया गया है.
11 क्षेत्रोके 34 पदाधिकारियों में सामाजिक
प्रतिनिधित्व
सामाजिकवर्ग – – – – आबादी – – –
पदाधिकारी – हिस्सेदारी
1. ब्राह्मण – – – – – -03.00% – – – 24 – –
– – 70.59%
2. क्षत्रिय-भूमिहार – 05.90% – – – 01
– – – – 02.94%
3. वैश्य – – – – – – -01.70% – – – 07 – – – –
20.55%
4. शुद्र – – – – – – – 51.70%- – – – 01 – – –
– 05.88%
5. अतिशुद्र- – – – – 24.00% – – – -00 – –
– – 00.00%
(स्त्रोत-आरएसएस डॉटकॉम 2004- इंटरनेट पर
आधारित)
केवल अखिल भारतीय संघ
ही नहीं परन्तु 11 क्षेत्रोंमें बंटा हुए आरएसएस
का क्षेत्रीय नेतृत्व भी ब्राह्मण नेताओ के
नियंत्रण में है. 11 क्षेत्रोके 34 पदाधिकरियोमे
ब्राह्मणों का प्रतिनिधित्व 70.59% है,
जबकि वैश्य 20.59% है.
निम्न वर्गोमे शुद्र- अतिशुद्रो की 75%
आबादी का पदाधिकरियोमे प्रतिनिधित्व
सिर्फ 5.88% ही है. अतिशुद्र मानी गई एससी-
एसटी जातियों की 24%
जनसंख्या का तो कोई प्रतिनिधित्व ही नहीं है.
ऊपर का चित्र देखने के बाद कोई भी व्यक्ति कह
सकता है की, संघ और संघ द्वारा खड़े किये गए
संगठनो का नियंत्रण ब्राह्मण जाति के हाथ में है.
संघ ढोंगी हिन्दुवादी, पाखंडी राष्ट्रवादी और
असली जातिवादी है.
जैसा परिक्षण तिन ब्राह्मण सरसंघचालको के
जीवनवृतो में से हो सकता है वैसा ही परिक्षण
1998-2004 के दौरान केन्द्र सरकार के
प्रधानमन्त्री रहे संघ के कट्टर
जातिवादी ब्राह्मण प्रचारक
अटलबिहारी वाजपेयी के व्यवहार से भी स्पष्ट
हो सकता है. वाजपेयी शासन मे
ब्राह्मणों को क्या मिला और
गैरब्राह्मणों को क्या मिला? गैर- ब्राह्मणों में
शुद्र-अतिशुद्र(75%) को क्या मिला? केबिनेट और
नियुक्ति में कितनी सामाजिक
हिस्सेदारी मिली? – वाजपेयी शासनमे
ब्राह्मणों का प्रतिनिधित्व 1998 – 2004
क्रम – – – – पद – – – – – – – – – – – -कुल – – ब्राह्मण
– हिस्सेदारी
1. – केन्द्रीय केबिनेटमंत्री – – – – – – –19 – – 10 –
– – – 53%
2. – राज्य तथा उपमंत्री – – – – – – – -49 – – 34 –
– – – 70%
3. – सचीव-उपसचिव-सयुंक्तसचिव – 500 – -340 – –
– -62%
4. – राज्यपाल-उपराज्यपाल- – – – – -27 – – -13 –
– – -48%
5. – पब्लिक सेक्टर के चीफ – – – – – 158 – – 91 – – –
-58%
ये सभी ऐसे पद है जिसकी नियुक्ति केन्द्र सरकार के प्रधानमन्त्री के रूपमे वाजपेयी निर्णय करते थे. 3.5% ब्राह्मण की स्थिति क्या है और 96.5% गैरब्राह्मण की क्या स्थिति है? 75% शुद्र- अतिशुद्रो (obc SC ST) को कितना प्रतिनिधित्व
मिला होगा ?
भारत में मूलनिवासियो को न्याय नहीं मिलता क्योकि न्यायपालिका पर विदेशी ब्राह्मण-बनियों का कब्ज्जा है !!
यह रहा सबूत =
करिया मुंडा रिपोर्ट – 2000
18 राज्यों की हाईकोर्ट में OBC SC ST जजों की संख्या
1) दिल्ली – कुल जज 27 (विदेशी ब्राह्मण-बनिया-27 जज ,ओबीसी – 0 जज SC- 0 जज ,ST- 0 जज )
2) पटना – कुल जज 32 (विदेशी ब्राह्मण-बनिया-32 जज ,ओबीसी – 0 जज SC- 0 जज ,ST- 0 जज )
3) इलाहाबाद – कुल जज 49 ( (विदेशी ब्राह्मण-बनिया-47 जज ,ओबीसी – 1 जज SC- 1 जज ,ST- 0 जज )
4) आंध्रप्रदेश – कुल जज 31 (विदेशी ब्राह्मण-बनिया-25 जज ,ओबीसी – 4 जज SC- 0 जज ,ST- 2 जज )
5)गुवाहाटी – कुल जज 15 (विदेशी ब्राह्मण-बनिया-12 जज ,ओबीसी – 1 जज SC- 0 जज ,ST- 2 जज )
६) गुजरात -कुल जज 33 (विदेशी ब्राह्मण-बनिया-30 जज ,ओबीसी – 2 जज SC- 1 जज ,ST- 0 जज )
7)केरल -कुल जज 24 (विदेशी ब्राह्मण-बनिया- 13 जज ,ओबीसी – 9 जज SC- 2 जज ,ST- 0 जज )
8) चेन्नई -कुल जज 36 (विदेशी ब्राह्मण-बनिया- 17 जज ,ओबीसी -16 जज SC- 3 जज ,ST- 0 जज )
9) जम्मू कश्मीर -कुल जज 12 (विदेशी ब्राह्मण-बनिया- 11 जज ,ओबीसी – जज SC- जज ,ST- 1 जज )
10) कर्णाटक -कुल जज 34 (विदेशी ब्राह्मण-बनिया- जज 32 ,ओबीसी – जज SC- 2 जज ,ST- जज )
11) ओरिसा कुल -13 जज (विदेशी ब्राह्मण-बनिया- 12 जज ,ओबीसी – 0 जज SC- 1 जज ,ST- 0 जज )
12) पंजाब- हरियाणा -कुल 26 जज (विदेशी ब्राह्मण-बनिया- 24 जज ,ओबीसी – 0 जज SC- 2 जज ,ST- 0 जज )
13)कलकत्ता – कुल जज 37 (विदेशी ब्राह्मण-बनिया- 37 जज ,ओबीसी -0 जज SC- 0 जज ,ST- 0 जज )
१४) हिमांचल प्रदेश -कुल जज 6 (विदेशी ब्राह्मण-बनिया- 6 जज ,ओबीसी – 0 जज SC- 0 जज ,ST- 0 जज )
15)राजस्थान -कुल जज 24 (विदेशी ब्राह्मण-बनिया- 24 जज ,ओबीसी – 0 जज SC- 0 जज ,ST- 0 जज )
16)मध्यप्रदेश -कुल जज 30 (विदेशी ब्राह्मण-बनिया- 30 जज ,ओबीसी – 0 जज SC- 0 जज ,ST- 0 जज )
17)सिक्किम -कुल जज 2 (विदेशी ब्राह्मण-बनिया- 2 जज ,ओबीसी – 0 जज SC- 0 जज ,ST- 0 जज )
18)मुंबई -कुल जज 50 (विदेशी ब्राह्मण-बनिया- 45 जज ,ओबीसी – 3 जज SC- 2 जज ,ST- 0 जज )
कुल TOTAL= 481 जज में से ,विदेशी ब्राह्मण-बनिया 426 जज , ओबीसी जात के 35 जज ,SC जात के 15 जज ,ST जात के 5 जज
भारत का राष्ट्रपति —- प्रणव मुखर्जी (जात -बंगाली ब्राह्मण)
भारत का गृहमंत्री ——राजनाथ सिंह (जात -छत्रिय)
भारत का विदेशमंत्री —–सुषमा स्वराज (जात से ब्राह्मण)
भारत का सड़क और परिवहन मंत्री —-नितिन गडकरी ( जात से महाराष्ट्र का ब्राह्मण)
भारत का रक्षामंत्री ———-मनोहर परिकर (जात से गोवा का ब्राह्मण)
भारत का वित्तमंत्री ———अरुण जेटली (जात से पंजाब का ब्राह्मण)
भारत का महिला और बाल विकास मंत्री ——-मेनका गांधी (जात से ब्राह्मण)
भारत की लोकसभा स्पीकर ———सुमित्रा महजान (जात से महाराष्ट्र की ब्राह्मण )
प्रधानमंत्री का मुख्य सचिव ——-नुपेंद्र मिश्रा (जात से up का ब्राह्मण)
ज्यादा से ज्यादा लोगो को शेयर करो …..

ब्राह्मण स्वंसेवक संघ आतंकवादी विदेशी यूरेशियन

ज़रा इधर भीं नज़र डालो फिर मुस्लिमो पर भोंकना।।

BRAHMIN-HINDU-ATANKWAD-PORN3 BRAHMIN-HINDU-ATANKWAD-PORN2 BRAHMIN-HINDU-ATANKWAD-PORN

देश भक्त कौन … देश द्रोही कौन…?

नाम : माधुरी गुप्ता
काम : पाकिस्तान में भारतीय दूतावास के लिए काम
करना
आरोप : विश्व की खतरनाक खुफिया एजंसी आई एस
आई के लिए अपने ही देश की जासूसीकी नाम : रविंदर सिंह
काम : रा का अधिकारी
आरोप : अमरीकी खुफिया एजंसी सी आई ऐ
केजासूसी की … लेकिन भारत की पकड़ में आने से पहले
ही लापता

नाम : सुखजिंदर सिंह
काम : नौ सेना अधिकारी
आरोप : एक रूसी महिला के साथ कथित सम्बन्ध
की जाँच जारी ….

नाम : मनमोहन शर्मा
काम : चीन में भारतीय दूतावास में वरिष्ठ अधिकारी
आरोप : एक चीनी महिला के साथ सम्बन्ध के बाद भारत वापस बुला लिया गया…. शक
था महिला चीनी मुखबिर

नाम : रवि नायर
काम : १९७५ बैच के रा अधिकारी
आरोप : २००७ में एक लड़की के साथ दोस्तीके बाद
वापस बुलाया गया … लड़की चीनी जासूसी एजंसी की मुखबिर

नाम : अताशे
काम : भारतीय नौ सेना में कार्यरत
आरोप : पाकिस्तान में विदेशी खुफिया एजंसियों से
कथित तालमेल का आरोप

नाम : यशोदानंद सिंह काम : रिटायर्ड सी आर पी एफ सब इंस्पेक्टर
आरोप : नक्सलियों को हथियार बेचने वाले गिरोह
का सरगना

नाम : विनोद पासवान
काम : हवालदार सी आर पी एफ
आरोप : नक्सलियों को हथियार बेचे

नाम : दिनेश सिंह
काम : हवालदार सी आर पी एफ
आरोप : नक्सलियों को हथियार बेचे

नाम : बंशलाल
काम : उत्तर प्रदेश पुलिस
आरोप : नक्सलियों को हथियार बेचे

नाम : अखिलेश पाण्डेय
काम : उत्तर प्रदेश पुलिस
आरोप : नक्सलियों को हथियार बेचे

नाम : राम किरपाल सिंह
काम : उत्तर प्रदेश पुलिस
आरोप : नक्सलियों को हथियार बेचे

नाम : नत्थी राम
काम : मोरादाबाद पुलिस अकादमी
आरोप : नक्सलियों को हथियार बेचे
साध्वी ( आतंकवादी) प्रज्ञा सिंह ठाकुर …. कर्नल
( आतंकवादी ) पुरोहित…. मेजर ( आतंकवादी ) रमेश
उपाध्याय…………… ………………….

क्या किया जाये यह लिस्ट
तो बढती ही जा रही है ….. लेकिन अजीब बात है
कि इसमें एक नाम भी किसी मुसलमान का नही ंहै …

हमें
तो कुछ नेताओ के भाषणों से… धर्म और देश के कुछ
ठेकेदारों से … मुसलमानों से देश भक्ति का सर्टिफिकेट
मांगने वालों से और खुद देश पर मर मिटने का दम भरने वालों से यह पता था कि भारत के मुसलमान देश भक्त
नहीं हैं …
वह भारत में रह कर देशके साथ गद्दारी करते है …
यहाँ तो सब हिन्दू ही हैं …
एक भी मुसलमान इन देश के
गद्दारों की सूची में नहीं दिख रहाहै …

क्यूँ भई … देश
भक्तों के दावे तो खोखले साबित हो रहे हैं…

Why Dalit should join Muslim to defeat Brahminist

As we know Brahminist are always scared of Muslim.Because Islamic Philosophy is a threat to Brahminism (Black-Magic,Idol-worship,Making Huge profits from Temples,etc). Radical Brahmins like Mohan Bhagwat,Yogi Adityanath always get angry with Dalits when they scare them that they will convert to islam.Recently 800 Dalit Balmiki converted to islam to get rid of “Untouchable” tag given by Hindu’s Brahmins Gods.

Shudra(Sc,St,Obc) you also don’t be too much proud if some Bjp tell you to chant “Jai Shree Ram”.. These Ram(ParsuRam) first Killed all Khatriya and later he killed Shudra leader Sambhuk when he performed some Yagna.

“Under the rule of the Peshwas in the Maratha country, the Untouchable was not allowed to use the public street if a Hindu was coming along, lest he should pollute the Hindu by his shadow. The Untouchable was required to have a black thread either on his wrist or around his neck, as a sign or a mark to prevent the Hindus from getting themselves polluted by his touch by mistake. In Poona, the capital of the Peshwa, the Untouchable was required to carry, strung from his waist, a broom to sweep away from behind himself the dust he trod on, lest a Hindu walking on the same dust should be polluted. In Poona, the Untouchable was required to carry an earthen pot hung around his neck wherever he went – for holding his spit, lest his spit falling on the earth should pollute a Hindu who might unknowingly happen to tread on it.”

– Dr. B.R. Ambedlar in ‘Annihilation of Caste’.

adiwasi-hindu-caste amir-pk-hindu kabir

Rule of the Peshwas ended 200 years ago.
But the belief that another human being can be ‘impure’ and ‘untouchable’ continues to live in our minds. Only the visible manifestations of this may have disappeared, but an Untouchable still gets killed for refusing to remain an Untouchable and asserting his right to be treated as an equal human being/citizen.

What progress are we talking of if we haven’t even reached the stage of being able to accept another human being as what he/she is, just another EQUAL human being?

Waman Meshram ask Muslim to Revolt against Brahmin

इस्लाम में यह शिक्षा है – दिल दुखाने वाली कोई भी बात किसी ओर के खिलाफ नहीं बोलनी चाहिए लेकिन मजलूम को बोलने का ह्क्क है।
कोंग्रेश ने देश के निजाम को ही कम्युनल बना दिया है। -वामन मेश्राम

It is too late for Muslim to understand their real Enemy.Brahmins from Congress and Bjp ruined them economically.Muslims in india now suffering more than Dalit. Brahmins from Army Head to Parliament,Brahmins spreading hate against Muslim,so that they can divert attention of Indian Public(So Called Hindu).

Every Muslim must wake up and join Bamcef Party) and kick all brahmin out of India. Congress,Bjp,Rss all leaders are Brahmins. wheather Beef-Ban Master Fadnavis or Rss head Mohan Bhagwat or Togadia,Godse all are Brahmin. So muslim should identify Brahmin enemy

 

Sadhvi Pragnya Singh Thakur – Brahmin Terrorist got Bail

The Supreme Court on Wednesday expressed prima facie doubts about charging Malegaon blasts accused Sadhvi Pragnya Singh Thakur, Lt. Col S. Purohit under the draconian MCOCA and opened the doors for the Special Court to consider their bail.

A bench of Justices Ibrahim Kalifulla and Shiva Kirti Singh said there is no “reliable material” to prima facie show that the duo along with four other accused were criminally liable under provisions of MCOCA.

“Their applications for bail can be considered for bail by the Special Judge… there is considerable doubt about their involvement,” the court observed in the judgment.

The trial court has been asked to consider their bail applications within a span of a month.

However, the judgment found prima facie material against Rakesh Dawde, another accused in the blast case, justifying his involvement in offences under MCOCA. IT aaid prima facie material on record showed evidence of his “unlawful activity” linking him to Malegaon, Parbhani, Jalna blasts.

The judgment said material show prima facie his “direct involvement”.

It said allegations against Mr. Dhawde included “nexus with organised crimes”, “direct involvement in the Malegaon blasts”. Since the charges against him under MCOCA cannot be revoked at this stage, there is no scope for bail for him, the court observed.The judgment was on the bail applications made by seven accused in the 2008 Malegaon blasts case.

The court ordered the trial court to complete the trial expeditiously.

The High Court had ordered that Pragnya and ten other accused in the Malegaon bomb blast case will face trial under MCOCA (Maharashtra Control of Organised Crime Act) and had quashed the decision of the Special Court which had dropped the charges under the special law.

The trial of the case will take place at a special MCOCA court. The accused are currently lodged in Nasik Central Prison.

Seven people were killed in a bomb blast on September 29, 2008, at Malegaon, a communally—sensitive textile town in Nasik district of North Maharashtra.

The probe into the blast has brought into focus some right-wing Hindu groups.

A Special MCOCA court on July 31 last year had ruled that Anti Terrorist Squad had wrongly applied MCOCA in the case against Pragnya, Purohit and nine others.

The 4,000-page chargesheet had alleged that Malegaon was selected as the blast target because Muslims form sizeable part of its population.

It named Pragnya Thakur, Purohit and another accused Swami Dayanand Pandey as the key conspirators.

The chargesheet had further alleged it was Pandey who had instructed Purohit to arrange for RDX while Pragnya owned the motorcycle used in the blast.

Ajay Rahirkar, another accused, allegedly organised funds for the terror act while conspiracy meetings were held at Bhonsala Military School in Nasik.

Rakesh Dhawde, Ramesh Upadhyay, Shyamlal Sahu, Shivnarain Kalsangra, Sudhakar Chaturvedi, Jagdish Mhatre and Sameer Kulkarni were the other seven accused.

Thousands Children sacrificed to Satan kali in India

KALI HINDU GODDESS OF VIOLENCE – WHERE IS THE LINE DRAWN BETWEEN A DEMON AND A GOD

KALI GODESS OF VIOLENCE
A recent report by the press trust of India stated that during the past three years more than 2,500 young boys and girls were sacrificed to goddess kali in India An AFP’s recent reports say: Hundreds of young boys and virgin girls are sacrificed every month for the deity Kali. In one case Rama Sewak hacked his eight year old son to death in broad daylight in Delhi because Goddess Kali had told him he woudl come back to life and bring him good fortune. Bloot-thirsy kali is worshiped openly in te length and breadth of India.
Kali’s statue stands naked aside the inanimate body of the Hindu deity Siva, tongue stuck out with blood dripping from fang-like teeth. She holds a noose, a skull-topped staff, a blood-encrusted sword and a severed head. She is also known as Durga, Devi, Shaktima, Uma and Parvathi in manifestations

Above Experts Taken From
“Oh! You Hindu Awake”by Dr. Kamal Chatterjee, M.A., PH.D (U.S.A)
I WOULD JUST ASK ALL HINDUS THIS QUESTION ?

WHERE IS THE LINE DRAWN BETWEEN A DEMON AND A GOD

IF SUCH ARE THE gODS WHO NEED HUMAN SACRIFICE AND BLOOD TO PLEASE THEM THEM , WHAT IS THE SCOPE OF DEVIL DOING ANY HARM ?WHEN THE WORK OF DEVIL IS ALREADY DONE BY THESE HUMAN BLOOD THIRSTY gODS ?

ONE CAN DO NOTHING BUT PITY AT THE EVIL FATED POOR SERVANTS OF THESE SO CALLED gODS !!!

OF COURSE THESE SERVANTS HAVE ALWAYS THE CHOICE OF CHOOSING NOT TO BE THE SERVANTS OF THESE EVIL gODS !!!

INSTEAD CHOOSING TO BE SERVANTS OF THE JUST AND LOVING

ONE TRUE GOD OF ALL !!!

Yet, they set up beside GOD idols from among the jinns(GENIE OR EVIL SPRITS DEMONS), though He is the One who created them. They even attribute to Him sons and daughters, without any knowledge. Be He glorified. He is the Most High, far above their claims.
HOLY QURAN [6:100]

Why Temples need to be Looted from Brahmins

भारत के मंदिरों में का पिला धन…….

भारत के अर्थमंत्री ने जारी किये गए एक रिपोर्ट के अनुसार

देश की सालाना आय 1 लाख करोड़ से ज्यादा हैं और भारत के मंदिरों की सालाना आय 22 लाख 50 हजार करोड़ रूपये
हैं । 

मतलब देश आर्थिक उत्पन्न से कई गुना ज्यादा 

भारत सरकार के पास 
3 हजार 250 टन सोना पड़ा हैं 

मंदिरों में 30,000 टन सोना पड़ा हैं 
( ये दुनिया के बाकि देशो से ज्यादा हैं अमीरीका के पास भी इतना सोना नहीं हैं ) 
mohan-bhagwat-brahmin-terrorist-india-hindu brahmins-terrorist-bjp-rss-stupid brahmin-illegal-money-black-money-wealth-temples milk-krishna-brahmin 1 brahmin-hinduism-porn-sex-animal-1

Brahmin slaughter Cow in epal to glorify idols of their evil gods,but in india they worship cow for political purporse

Brahmin slaughter Cow in epal to glorify idols of their evil gods,but in india they worship cow for political purporse

gita snake pranab-shankaracharya
-विदेशी देशो का हमारे देश पे 15 लाख करोड़ का कर्जा हैं 
देश के अकेले केरल स्थित पद्यनाम मंदिर में 25 लाख करोड़ से ज्यादा संपत्ति जमा हैं ‘
मतलब देश का अकेला मंदिर देश का कर्जा चुकाने में सक्षम हैं ।

ऐसे ही शिर्डी, तिरुपति बालाजी, सिद्दिविनायक , जैसे बिग बजेट वाले मंदिर भारत में हैं ।

इन मंदिरों में अरबो – करोडो का सम्पत्ति हैं । 

शिर्डी के साईबाबा मदिर में गए 5 साल में डेढ हजार करोड़ मिले हैं l मंदिर में पैसो के साथ साथ हजारो एकर जमीन , हीरे , सोना , बोहत सी संपत्ति हैं 
इन सब का पैसो का हिसाब लगाया जाय तो calculator भी कुछ देर के लिए चकरा जायेगा।

जागतिक बैंक के रिपोर्ट के अनुसार –भारत के कुल लोक संख्या के हिसाब से 41.6 लोग अभी भी गरीबी में जीवन बसर कर रहे हैं ।

उनकी रोज की आय 20 ₹ से ज्यादा नहीं ।