अगर मनु महाराज ने फेसबुक का निर्माण किया होता तो उसके नियम कुछ इस तरह होते
1. ब्राह्मण फेसबुक को हमेशा प्रयोग कर सकता है ।
2. क्षत्रिय फेसबुक को दिन में सौलह घंटे प्रयोग कर सकता है ।
3. वैश्य फेसबुक को दस घंटे प्रयोग कर सकता है ।
4. शूद्र फेसबुक को रात के बारह बजे से दो बजे तक प्रयोग कर सकता है बशर्ते उस समय उपरोक्त तीनो वर्ण का कोई सदस्य ऑनलाइन नहीं हो ।
5. अछूत फेसबुक को सिर्फ दो बजे से तीन बजे तक प्रयोग कर सकते हैं बशर्ते उपरोक्त चारों वर्ण के व्यक्ति मौजूद ना हो ।
6 . ब्राह्मण सिर्फ पोस्ट लिखेंगे कभी लाइक या कमेंट नहीं करेंगे । ब्राह्मण कमेंट तभी करेंगे जब कोई उनकी पोंगा पंथी पर चोट करेगा ।
7. क्षत्रिय सिर्फ ब्राह्मणों के पोस्ट लाइक करेगा और पोंगापंथी के खिलाफ लिखने वालो को जमकर धमकी देगा । क्षत्रिय अपनी पोस्ट भी लिख सकता है । क्षत्रिय का मुख्य कार्य ब्राह्मणों के द्वारा लिखी पोस्टों की रक्षा करना है ।
8. वैश्य सिर्फ ब्राह्मण और क्षत्रिय की लिखी पोस्टों को शयेर करेगा ।
9. शूद्र इन तीनों की लिखी पोस्टों से दूर रहेगा अगर उसने गलती से भी इन पोस्टों को लाइक कर दिया तो उसको तत्काल प्रभाव से ब्लाक कर दिया जायेगा । कमेंट करने पर उसका मोबाइल जब्त कर लिया जायेगा ।
10. अछूत सिर्फ अपनी पोस्टों पर ही लाइक और कमेंट करेंगे अगर उन्होंने चारो वर्णों के सदस्यों की पोस्ट पर लाइक या कमेंट करने की कोशिश की तो उसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराकर पोस्ट की शुद्धि हेतु पोस्ट को हटाकर दोबारा लिखा जायेगा और पोस्ट को दोबारा लिखने से पहले मोबाइल और कंप्यूटर को गौ मूत्र से नहलाकर पवित्र किया जायेगा ।
11. फेसबुक का उपयोग स्त्रियों के लिए पूरी तरह प्रतिबंधित है । स्त्रियों को फेसबुक पर आने से रोकने के लिए विशेष इंतजाम किये गए हैं ।
***साभार- अग्रज सुधीर कुमार जाटव***